रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता, विधायक व पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विल्व पत्र और भगवान शंकर को जल चढ़ाने की आस्था का सरेआम उपहास उड़ाने के लिए कड़ी आलोचना की है। श्री मूणत ने कहा कि इससे बघेल और कांग्रेस का हिन्दू और सनातन विरोधी चरित्र बेनकाब हो गया है। हिन्दू विरोधी मानसिकता बघेल को अपने पिता से ही विरासत में मिली है। राजनीतिक लाभ बटोरने के लिए राम, सीता और माता कौशल्या के नाम पर पाँच साल तक पाखंड का प्रदर्शन करते रहे बघेल का वह हिन्दू व सनातन विरोधी असली राजनीतिक चरित्र जगजाहिर हो गया है, जिसकी पोषक कांग्रेस शुरू से रही है और अब कांग्रेस से जुड़े इंडी गठबंधन के नेता भी इसी भाषा में देश के बहुसंख्यक समाज की आस्था और भावनाओं का सरेआम उपहास उड़ाने का दुस्साहस कर रहे हैं। भूपेश बघेल के बयान से शिवभक्तो में भारी आक्रोश है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री मूणत ने एक कार्यक्रम के वायरल वीडियो, जिसमें बघेल भगवान शंकर को अर्पित किए जाने वाले जल व विल्व पत्र चढ़ाने का भद्दे ढंग से उपहास उड़ाते देखे-सुने जा रहे हैं, का हवाला देकर कहा कि बघेल के पिता का पूरा जीवन हिन्दुओं के देवी-देवताओं और सनातन संस्कृति पर अनर्गल टिप्पणियाँ करने में बीत गया और मुख्यमंत्री रहते हुए भी बघेल इन टिप्पणियों पर मौन साधे बैठे रहे। आज खुद भूपेश बघेल ने भगवान शंकर, जल व विल्व पत्र का खुलेआम मजाक उड़ाकर अपने डीएनए का परिचय दे दिया है। श्री मूणत ने कहा कि यही हिन्दू और सनातन विरोधी डीएनए कांग्रेस व इंडी गठबंधन का भी गाहे-बगाहे सामने आता रहा है। सनातन धर्म को लेकर द्रमुक सरकार के एक मंत्री ने भी शर्मनाक टिप्पणी की थी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे ने उसका सार्वजनिक रूप से समर्थन करके कांग्रेस के राजनीतिक चरित्र को बेनकाब कर दिया था।
श्री मूणत ने कहा कि तुष्टीकरण का एजेंडा चलाकर भूपेश बघेल ने अपने शासनकाल में प्रदेश का वातावरण बिगाड़ने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी थी और अब अपने उसी एजेंडे पर खुलेआम सामने आ गए हैं, लेकिन प्रदेश की धर्मप्राण जनता ऐसी घिनौनी सोच को इतिहास के कूड़ेदान में डाल देगी, बघेल को यह कभी नहीं भूलना चाहिए।