26.2 C
Chhattisgarh
Thursday, November 21, 2024

छत्तीसगढ़ में भय के वातावरण में जीने को मजबूर है महिलाएं – वंदना राजपूत

रायपुर/21 नवंबर 2024। कानून व्यवस्था को लेकर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में प्रदेश में हर रोज लगभग 4 से 5 महिलाओं और बच्चियों के साथ बलात्कार की घटना सामने आ रही है। 20 नवंबर को गुढ़ियारी में एक विवाहित महिला के साथ गैंगरेप की घटना घटती है।

2 दिन पहले मुख्यमंत्री गृह ग्राम जशपुर जिले में 15 साल की एक नाबालिक बच्ची के साथ गैंगरेप घटना को अंजाम दिया जाता है वही बालोद में भी एक नाबालिक बच्ची से दुष्कर्म का मामला सामने आता है । कोरबा में भी नाबालिक बच्ची से अनाचार के मामला सामने आता है। बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ के नारा लगाने वाले की आंखों के सामने यह सारी घटनाएं घट रही है लेकिन अपनी सरकार के साख बचाने के लिए आंख बंद करके बैठे हैं और आंकड़े पर आंकड़े खेलते रहते हैं।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने मीडिया को धन्यवाद देते हुए कहा कि यदि मीडिया प्रमुखता से यह खबरें उजागर नहीं करती तो ऐसी घटनाओं को भारतीय जनता पार्टी के सरकार दफन कर देते।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में कानून व्यवस्था से आम जनता का विश्वास उठता जा रहा है और आरोपी प्रवृत्तियों की लोग कानून से आंख मिचौली का खेल खेल कर लगातार हत्या लूट डकैती जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं भारतीय जनता पार्टी के 11 महीने के सरकार छत्तीसगढ़ अपराध का गढ़ बन गया है। सिर्फ 20 दिन में राजधानी रायपुर मे लगभग 23 हत्या हो जाती है। आमासिवनी में डबल मर्डर हो जाता है वही पुरानी बस्ती में एक अधेड़ को जिंदा जला दिया जाता है, आजाद चौक इलाके में एक युवक पर हमला, पति ने पत्नी और सास की हत्या कर देता है, तेलीबांधा इलाका सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान इस युवक पर चाकू से हमला किया जाता है, तेलीबांधा में ही हत्या के आरोपी के खिलाफ गवाही देने वालों पर हमला हो जाता है। ऐसे ही कितने घटनाएं लगातार प्रत्येक दिन घटती जा रही है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि मोदी की गारंटी था कि छत्तीसगढ़ को अपराध मुक्त बनाएंगे। भारतीय जनता पार्टी की सरकार में लगातार अपराध की घटनाएं बढ़ती जा रही है। सरकार को कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने की बजाय मुद्दा को इधर से उधर भटकाने की प्रयास करती नजर आती है जिसका खामियाजा छत्तीसगढ़ के 3 करोड़ जनता भुगत रही है।

 

Latest news
Related news