रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कांग्रेस नेताओं पर करारा कटाक्ष करते हुए कहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय तथा मंत्री व नवनिर्वाचित सांसद बृजमोहन अग्रवाल के फोटो पर टिप्पणी कर कांग्रेसी राजनीतिक मनोविकृति का परिचय दे रहे हैं। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस के लोग बिना झूठ बोले और लोगों को बिना भ्रमित किए राजनीति करना ही नहीं जानते, लेकिन प्रदेश की जनता-जनार्दन अब कांग्रेस के राजनीतिक झूठ और झाँसों में कतई नहीं आ रही है।चुनावो में मिली बड़ी हार कांग्रेस का मानसिक संतुलन बिगड़ चुका है।
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री श्रीवास्तव ने कहा कि राजनीतिक तोड़फोड़ जिस कांग्रेस का कलंकित इतिहास रहा है, उस कांग्रेस को अब यह सहन नहीं हो रहा है कि प्रदेश के मुखिया के तौर पर एक आदिवासी समाज का नेता मोदी की गारंटी को तेजी से पूरा करके प्रदेश में सुशासन लाने की अपनी कठोर प्रतिबद्धता के साथ अनथक परिश्रम कर रहा है। श्री साय के मुख्यमंत्रित्व में प्रदेश की भाजपा सरकार ने शानदार 6 माह का कार्यकाल पूरा कर दिखाया है। कांग्रेस में दिन-रात राजनीतिक धमाचौकड़ी और घमासान देखते रहने के आदी हो चले कांग्रेस के नेता इस बात पर हैरान हैं कि भाजपा की सरकार अपने इस 6 माह के कार्यकाल में ही अपने वादे पूरे करके देश में एक मिसाल कायम कर चुकी है, वहीं कई कड़े फैसले लेकर प्रदेश को सुशासन देने में जुटी है। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि पीलिया के मरीज को जिस तरह सब कुछ पीला-पीला नजर आता है, कांग्रेसियों को भी भाजपा में विवाद की कपोल-कल्पना करने का मनोरोग हो गया है। प्रदेश में कांग्रेस के लोग अब मंथरा बनने की कोशिश में लगे हैं और अपने इस राजनीतिक सच का सामना करने से मुँह छिपा रहे हैं कि प्रदेश की जनता ने पहले विधानसभा और हाल ही लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को पूरी तरह ठुकरा दिया है।
भाजपा प्रदेश महामंत्री श्री श्रीवास्तव ने कांग्रेस के नेताओं को वृथा गाल बजाने के बजाय दोनों चुनावों में हुई अपनी शर्मनाक हार पर आत्मचिंतन करने की नसीहत देते हुए कहा कि भाजपा जैसे अनुशासित दल में विवाद ढूँढ़ने में कांग्रेस के लोग अपना वक्त जाया न करें, क्योंकि उनकी इन निरर्थक कोशिशों का उनको अब कोई लाभ नहीं होने वाला है। श्री श्रीवास्तव ने तंज कसा कि दरअसल कांग्रेस के लोगों के पास और कोई विषय रह नहीं गया है, इसलिए वे इस तरह की फिजूल कल्पनाएँ गढ़कर अपनी खीझ मिटा रहे हैं। प्रदेश में कांग्रेस के लोग अब इसी लायक बचे हैं। लेकिन कांग्रेस के नेता यह कदापि न भूलें कि अब बिल्ली के बाग से छींका नहीं टूटने वाला है।
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