मोदी के पिटारे में अभी प्रदेश के विकास के लिए बहुत कुछ है , कांग्रेस ने आदिवासियों को केवल वोट बैंक समझा
बस्तर। 3 महीने में हमने प्रदेश के हित के लिए बहुत कुछ किया है और आगे भी करेंगे, मोदी जी के पिटारे में अभी प्रदेश के विकास के लिए बहुत कुछ बाकी है। यह बात लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने बस्तर लोकसभा प्रवास के दूसरे दिन चित्रकोट विधानसभा सीट के अन्तर्गत बड़ेधाराउर गांव में एक विशाल जनसभा को सम्बोधित करते हुए कही और पिछली कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोला।
विधानसभा चुनाव में चित्रकोट में भाजपा को दिए गए पूर्ण समर्थन के लिए उपस्थित जनता को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए विष्णुदेव साय ने लोकसभा चुनाव में भी डबल इंजन की सरकार के लिए जनता से समर्थन मांगा। कांग्रेस पार्टी को घेरते हुए श्री साय ने उसे आदिवासियों का विरोधी और विकास विरोधी बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने आदिवासियों को केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया, उनके विकास के लिए कुछ भी नहीं किया। भाजपा और मोदी सरकार ने आदिवासियों के हित के लिए जो योजनाएं बनाईं, उसके लिए जो पैसा बस्तर संभाग को भेजा उसे कांग्रेस की सरकार ने रोक दिया और बस्तरवासियों को मोदी सरकार की जनहितैषी योजनाओं का लाभ लेने से वंचित कर दिया। लेकिन बस्तर के मेरे भाइयों-बहनों को अब चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। अब देश-प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है, बस्तर के विकास में कोई भी कमी नहीं होगी। तेंदूपत्ता संग्राहकों से 5500 रूपये प्रति मानक बोरा की दर से तेंदूपत्ता को खरीदेंगे, इसकी घोषणा मैंने कर दी है। कांग्रेस की सरकार में केवल 1-2 दिन ही तेंदूपत्ता की खरीदी होती थी, लेकिन हमारी भाजपा सरकार 15 दिनों तक तेंदूपत्ता की खरीदी करेगी। आदिवासियों के लिए चरण पादुका योजना पुनः शुरू की जाएगी।
सीएम साय ने आगे कहा कि मात्र 3 महीने में हमने बहुत काम किया है और आगे भी करेंगे। मोदी जी के पिटारे में अभी छत्तीसगढ़ के विकास के लिए बहुत कुछ है। अभी आदिवासियों के लिए हमारी सरकार को बहुत कुछ करना बाकी है इसलिए इस बार बस्तर लोकसभा में परिवर्तन करना है और भाजपा प्रत्याशी महेश कश्यप को भारी मतों से चुनाव जिताकर संसद में भेजना है।
अपने सम्बोधन के अंत में सीएम साय ने उपस्थित जनता से भाजपा के पक्ष में वोट की अपील करते हुए जनसभा में भारी संख्या में आए क्षेत्र के लोगों को धन्यवाद ज्ञापित किया।