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Friday, September 20, 2024

क्रूड ऑयल के दाम 40 प्रतिशत कम होने के बावजूद डीजल, पेट्रोल के अधिक दाम वसूल रही है मोदी सरकार – सुरेंद्र वर्मा 

रायपुर/20 सितंबर 2024। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने केंद्र की मोदी सरकार पर जनता के जेब पर डकैती डालने, प्रायोजित मंहगाई बढ़ाने और अनुचित मुनाफाखोरी करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि कच्चा तेल अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2014 की तुलना में लगभग आधे दाम पर आ गया है, पिछले सप्ताह से क्रूड ऑयल 70 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ चुका है, जो दिसंबर 2021 के बाद से सबसे निचले स्तर पर है, लेकिन इसके बावजूद मोदी सरकार पेट्रोल और डीजल के दाम नहीं घटा रही है। मोदी सरकार के संरक्षण में पेट्रोलियम कंपनियों का मुनाफा लगातार बढ़ता जा रहा है, सेंट्रल एक्साइज की दरें बढ़ा दी गई और तरह-तरह से सेस लगाकर क्रूड ऑयल के गिरते दाम से होने वाले मुनाफे को एडजस्ट किया जा रहा है। क्रुड ऑयल की कीमतों में गिरावट का लाभ जनता को देने के बजाय केंद्र की भाजपा सरकार खुद अपना जेब भरने में लगी हुई है।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि मोदी सरकार ने केवल पेट्रोलियम उत्पादों से ही बीते 10 वर्षों में 38 लाख करोड़ से अधिक की अतिरिक्त कमाई की है। भाजपा सरकार के संरक्षण में जमाखोरों और मुनाफाखोरों को आमजनता को लूटने की खुली है। 2014 में मनमोहन सिंह के नेतृत्व में जब यूपीए की सरकार थी, तब डीजल पर मात्र 3 रूपया 54 पैसा प्रति लीटर सेंट्रल एक्साइज लिया जाता था, जिसे मोदी सरकार ने 31 रूपए प्रति लीटर तक बढाया, वर्तमान में अभी भी 2014 की तुलना में लगभग 6 गुना ज्यादा, 19 रुपया 90 पैसा प्रति लीटर सेंट्रल एक्साइज वसूला जा रहा है, उसके अतिरिक्त तरह-तरह के सेस लगाए गए हैं, कमीशनखोरी करने के लिए पेट्रोलियम कंपनी और डिलरों का मुनाफा बढ़ा दिया गया।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार पेट्रोलियम कंपनियों के साथ मिलकर आम जनता को लूटने का कोई अवसर नहीं छोड़ रही है। क्रूड ऑयल सस्ता होने के बावजूद डीजल, पेट्रोल के दाम नहीं घटाना जनता के साथ अन्याय है, धोखा है, अत्याचार है। मोदी सरकार आम जनता से डीजल, पेट्रोल पर प्रति लीटर 30 रूपए से अधिक की अतिरिक्त कमाई कर रही है। मोदी सरकार के मुनाफाखोरी की भूख के चलते महंगे पेट्रोलियम उत्पाद का असर दैनिक उपभोग की वस्तुओं पर भी पड़ रहा है। डीजल के महंगे दामों के चलते परिवहन भाड़ा बढ़ा है, जिसके चलते दिनों-दिन महंगाई बढ़ रही है। देश की जनता एक तरफ बेरोजगारी से पीड़ित है, घटती आमदनी से पीड़ित है, वहीं केंद्र सरकार के गलत नीतियों के चलते बढ़ती मंहगाई से आम जनता का जीना मुश्किल हो गया है। पेट्रोल डीजल के दाम तत्काल कम करके जनता को महंगाई से राहत दे सरकार।

 

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