दुर्ग। छत्तीसगढ़ पुलिस के द्वारा प्रदेश भर में तलाशी अभियान चलाया गया। इस अभियान के अंतर्गत जिले से गुम हुए इंसानों को तलाश कर उन्हें उनके परिजनों से मिलना था। तकनीकी सहायता और मोबाइल लोकेशन के आधार पर दुर्ग पुलिस ने एक माह में 807 लापता लोगों को ढूंढ निकाला है। इनमें से 307 लोगों को अलग-अलग राज्यों से ढूंढा गया है।
जिले में सर्वाधिक थाना जामुल 100, दुर्ग 72 एवं सुपेला 62 गुमशुदा लोगों को ढूंढ कर उनके घर पहुंचाया गया है।आपरेशन तलाश में दीगर राज्य से थाना पुलगांव 36, पाटन 23, मोहन नगर 21, कुम्हारी 12, बोरी 13, धमचा 14, खुर्सीपार 26, सुपेला 48, उतई 12, छावनी 14, वैशाली नगर 10, जामुल 24, जामगांव आर 11 एवं नेवई 13 कुल 277 महिला/पुरुष को बरामद किया गया। अभियान के दौरान छत्तसीगढ़ राज्य से 530 महिला/पुरुष बरामद किया गया।
दिनांक 01.06.25 से 30.06.25 तक व्यापक स्तर पर चलाये गये अभियान के परिणाम स्वरुप बाहर राज्य से 277 एवं छ.ग. राज्य से 530 कुल 80% महिला/पुरुष को ढुंढने में पुलिस को सफलता मिली है।
पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने बताया कि पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम द्वारा दिये गये निर्देश के अनुसार जिले में गुमशुदा महिला/पुरुष के पतासाजीके लिए अभियान चलाया गया। इस अभियान में पर्यवेक्षण के अनुकम में अभिषेक झा, अति. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण/नोडल अधिकारी एवं अजय सिंह उप पुलिस अधीक्षक काईम सहायक नोडल अधिकारी जिला दुर्ग के निर्देशन में थानों के अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा लगन और मेहनत से गुमशुदा को बरामद किया गया । डीसीबी शाखा के द्वारा अभियान ऑपरेशन तलाश में डाटा संग्रहण किया गया। जिसके फलस्वरुप अभियान आपरेशन तलाश को महत्वपूर्ण सफलता दिलाते हुए 307 महिला एवं पुरुष को राज्य के बाहर एवं राज्य से बरामद किया गया।
जिले में गुमशुदा महिला/पुरुष के प्रकरणों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुये अभियान के दौरान पूर्व वर्षों के लंबित गुमशुदा महिला/पुरुष के पतासाजी के लिए पृथक से मानव तस्करी सेल गठित की जाकर प्रत्येक लंबित प्रकरणो की पुनः समीक्षा की गयी। गठित टीम एवं संबंचित थाना प्रभारियों द्वारा गुमशुदा के परिजनों एवं ग्रामीणों से संम्पर्क कर पुछताछ किया गया। गुमशुदा तथा संबंधितों के मोबाइल डाटा एवं लोकेशन एवं सोशल मिडिया का भी सहारा लेकर प्राप्त सूचना अनुसार अलग-अलग ज्यों को भी पुलिस टीम भेजी गयी। पुलिस द्वारा चलाये जा रहे इस विशेष अभियान “आपरेशन तलश”* में कई परिवारों के चेहरे में मुस्कान आई है।