रायपुर। भारतीय रेल के हजारों लोको पायलट आज उपवास पर हैं। लोको पायलट आज ड्यूटी तो कर रहे हैं, लेकिन भूखे रहकर। दरअसल लोको पायलट अपनी ड्यूटी के घंटों को लेकर विरोध जता रहे हैं। जिसके कारण वो भूख हड़ताल पर है। लोको पायलट का कहना है कि भारत में कानूनन एक दिन में 8 घंटे की ड्यूटी करने का प्रावधान है। लेकिन रेलवे के लोको पायलट्स 11 घंटे से 16 घंटे तक लगातार ड्यूटी करते हैं। इस वजह से हादसे भी होते रहते हैं।
ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के जोनल महासचिव व्ही. के. तिवारी ने बताया कि लोको पायलटों की भारी कमी, लदान लक्ष्य में प्रतिवर्ष वृद्धि से रनिंग स्टाफ को पर्याप्त विश्राम/अवकाश न मिलने से शारीरिक और मानसिक दबाव में गाड़ियों का संचालन करने से गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहा हैं। संरक्षा मानकों की अनदेखी से हो रही रेल दुर्घटनाओं का दोषी भी रनिंग स्टाफ को ही ठहरा दिया जाता है।
रेल प्रशासन के सौतेले व उदासीन रवैये के कारण ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के आवाहन पर 20 फरवरी सुबह से रनिंग स्टाफ 36 घण्टे भूखे रहकर गाड़ियां चला रहे हैं।